वैदिक हिन्दू धर्म में, राहु और केतु को ग्रह नहीं, बल्कि ये ग्रहों के छाया भाग होते हैं, जिन्हें 'नवग्रह' में गिना जाता है। राहु और केतु की दशा में व्य...
सूर्य ग्रहण दोष पूजा को वैदिक हिन्दू धर्म में सूर्य ग्रहण के समय के आशुभ प्रभावों को कम करने के लिए किया जाता है। इस पूजा का उद्देश्य यह होता है कि व्...
गंडमूल दोष निवारण पूजा वैदिक हिन्दू परंपराओं में एक विशेष पूजा है जो किसी व्यक्ति को करवाने की सिफारिश की जा सकती है, जब उनके जन्म में गंडमूल नक्षत्र ...
वैदिक हिन्दू धर्म में, "शनि दोष" को जन्मकुंडली में शनि ग्रह की अशुभ स्थिति को संकेत करता है। शनि दोष से जीवन में विभिन्न प्रकार की कठिनाइयों और परेशान...
Durga Saptashati, also known as the Devi Mahatmyam, is a sacred Hindu text that consists of 700 verses (saptashati) dedicated to the Goddess Durga. It...
मिथुन राशि का स्वामी बुध होता है, इसलिए मिथुन राशि के जातकों के लिए पन्ना रत्न धारण करना सबसे लाभदायक माना गया है। यह रत्न वाद-विवाद करने की क्षमता दे...
मिथुन राशि का स्वामी बुध होता है, इसलिए मिथुन राशि के जातकों के लिए पन्ना रत्न धारण करना सबसे लाभदायक माना गया है। यह रत्न वाद-विवाद करने की क्षमता दे...
ओपल रत्न शुक्र ग्रह का एक शानदार रत्न है, जो प्यार तथा रोमांस का कारक है, रिश्तों में एकता लाने के लिए यह रत्न बहुत ही लाभदायक होता है। वैदिक ज्...
शनि ग्रह का रत्न नीलम जिसे अंग्रेजी में ब्लू सफायर कहते है बहुत ही प्रभावशाली रत्न है। ज्योतिष विज्ञान में इसे कुरुन्दम समूह का रत्न कहते है। सबसे अच्...
शनि ग्रह का रत्न नीलम जिसे अंग्रेजी में ब्लू सफायर कहते है बहुत ही प्रभावशाली रत्न है। ज्योतिष विज्ञान में इसे कुरुन्दम समूह का रत्न कहते है। सबसे अच्...
ओपल रत्न शुक्र ग्रह का एक शानदार रत्न है, जो प्यार तथा रोमांस का कारक है, रिश्तों में एकता लाने के लिए यह रत्न बहुत ही लाभदायक होता है। वैदिक ज्...
मोती रत्न धारण करना कर्क राशि के जातकों के लिए बहुत ही लाभकारी माना जाता है। अगर कुंडली में चंद्रमा अशुभ भाव में है तो चंद्रमा की पीड़ा की शांति के लिए...